'पद्मावती' पर लालू का U टर्न, बोले- इतिहास से छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं |
पटना । बॉलीवुड फिल्म ‘पद्मावती’ पर अपने पहले के स्टैंड से लालू प्रसाद पीछे हट गए हैं। उन्होंने पद्मावती का विरोध कर रहे लोगों का समर्थन करते हुए कहा है कि इतिहास से छेड़छाड़ नहीं की जानी चाहिए। पटना में लालू यादव ने कहा कि जो लोग पद्मावती फिल्म का विरोध कर रहे हैं वो सही हैं। इतिहास को बदलने की कोशिश नहीं करना चाहिए। रानी पद्मावती का जीवन गौरवशाली और सम्मानजनक रहा है। वे राजस्थान के इतिहास की एक अहम् कड़ी है और उनके भावनाओं को ठेंस नहीं पहुंचाना चाहिए।लालु प्रसाद यादव ने पहले क्या कहा था।
वहीं, जब जनवरी में करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने राजस्थान में पद्मावती फिल्म के सेट पर जमकर बवाल काटा था। सेट पर तोड़ फोड़ के अलावा संजय लीला भंसाली के साथ मारपीट की थी, उस वक्त लालू यादव ने ट्वीट कर इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए लिखा था कि बिहार होता तो भाजपाई मीडियावाला जातिवाद और जंगलराज का रायता फैला कर बिहार को बदनाम कर रहा होता। बीजेपी शासित प्रदेश है तो सब चुप्प है।तेजस्वी यादव ने भंसाली को फिल्म निर्माण के लिए बिहार आने का न्योता दे दिया था।
करणी सेना के बवाल से पर उस समय तेजस्वी यादव ने भंसाली को फिल्म निर्माण के लिए बिहार आने का न्योता दे दिया था। उस समय बिहार में महागठबंधन की सरकार थी और तेजस्वी उपमुख्यमंत्री थे। फिल्म पद्मावती के सेट पर तोड़फोड़ की खबर के बाद तेजस्वी ने ट्वीट कर लिखा था कि मैं बालीवुड को निमंत्रण देता हूं कि वो ऐतिहासिक, महिमापूर्ण और सांस्कृतिक रूप से धनी विकासशील बिहार में आयें और फिल्म का निर्माण करें। हमलोग हर तरह की सहायता हर हाल में देगें।फिल्म के द्वारा हिंदू संस्कृति पर हमला किया गया है : बीजेपी विधायक ज्ञानेंद्र सिंह
बता दें कि इससे पहले पटना जिले के बाढ़ से बीजेपी विधायक ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू ने मंगलवार का कहा था कि पद्मावती फिल्म को बिहार में रिलीज नहीं होने देंगे। पद्मावती फिल्म में अंडरवर्ल्ड डॉन दाउद इब्राहिम के पैसे लगे हैं। फिल्म के द्वारा हिंदू संस्कृति पर हमला किया गया है। इस फिल्म को बिहार के सिनेमाघरों में नहीं चलने दिया जाएगा। फिल्म दिखाये जाने पर ज्ञानू ने आत्मदाह की भी चेतावनी दी है। वहीं, बिहार के उद्योग मंत्री जय कुमार सिंह ने कहा था कि रानी पद्मावती के इतिहास को फिल्म में अगर तोड़ मरोड़ कर दिखाया गया तो वे इसका विरोध करेंगे, क्योंकि रानी पद्मावती एक आदर्श के रूप में इतिहास में स्थापित हैं। वे जाति व धर्म से ऊपर हैं। उनके इतिहास को गलत ढंग से दिखाना जन भावनाओं के साथ खिलवाड़ होगा। फिल्म देखने के बाद ही कोई निर्णय लिया जाएगा। हालांकि, पद्मावती का विरोध होने के बाद डायरेक्टर संजय लीला भंसाली ने कहा था कि इस फिल्म में ऐसा कुछ नहीं है, जिसे लेकर विरोध किया जा रहा है। इसके बाद फिल्म में पद्मावती का किरदार निभा रही दीपिका पादुकोण ने इन्फॉर्मेशन एंड ब्रॉडकास्टिंग मिनिस्टर स्मृति ईरानी को टैग करते हुए ट्वीट किया था कि इस तरह की घटनाओं पर एक्शन लिया जाना चाहिए। आपको बता दें कि, फिल्म पद्मावती में दीपिका पादुकोण, रणवीर सिंह और शाहिद कपूर मुख्य भूमिका में हैं।
इस विषय पर अपनी विचार आप कमेंट के माध्यम से कर सकते है और साथ ही अपनी बात को ज्याद से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने के लिए पोस्ट को अपने फेसबुक, ट्विटर और गुगल प्ल्स पर शेयर कर सकते है ।
पोस्ट पढनें के लिए धन्यवाद।
सौजन्य: NEWS TODAY.......17
विशेष धन्यवाद: श्री सोहन विश्वकर्मा।
पोस्ट पढनें के लिए धन्यवाद।
सौजन्य: NEWS TODAY.......17
विशेष धन्यवाद: श्री सोहन विश्वकर्मा।
0 Comments:
Post a Comment