ICC World Cup 2019 Trophy First Look |
क्रिकेट वर्ल्ड कप 2019 में हिस्सा ले रही सभी टीमों के बारे में जानने के लिए यहां क्लिक करें ।
क्रिकेट वर्ल्ड कप 2019 की प्रतियोगिता में सबसे पहला मैच इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रिका के बीच खेला जायेगा जो भारतीय समय के अनुसार 3:00 PM पर शुरू होगा । यह मैच खेला जायेगा द किआ ओवल में जो कि द ओवल के नाम से प्रसिद्धि है ।
क्रिकेट वर्ल्ड कप एक बडी प्रतियोगिता है और इस प्रतियोगिता का पहला यानि उद्घाटन मैच खेलना अपने आप मे एक बड़ी बात है । क्रिकेट वर्ल्ड कप के इतिहास में यह दुसरा मौका है जब दक्षिण अफ्रिका प्रतियोगिता का पहला मैच खेलेगी और इंग्लैंड के लिये यह पाँचवीं बार होगा । अभी तक इंग्लैंड और न्युजीलैंड चार - चार बार विश्वकप प्रतियोगिता में उद्घाटन मैच खेल चुकी है ।
इस मुकाबले के लिये मैदान में उतरने के साथ ही इंग्लैंड सबसे ज्यादा बार वन-डे क्रिकेट वर्ल्ड कप में प्रतियोगिता का उद्घाटन मैच खेलने वाली टीम बन जायेगी ।
आइये जानते है की कौन सी टीमों ने कितनी बार वन-डे क्रिकेट वर्ल्ड कप में प्रतियोगिता का पहला मैच खेल चुकी है ।
वन-डे क्रिकेट वर्ल्ड कप 1975 - इंग्लैंड बनाम भारत (ICC World Cup 1975 - England VS India)
1975 में आयोजित वन-डे क्रिकेट वर्ल्ड कप सीमित ओवर की पहली प्रतियोगिता थी जिसका आयोजन International Cricket Conference (ICC) ने किया था और यह टुर्नामेंट ब्रिटीश मल्टीनेशनल लाईफ इंश्योरेंश कम्पनी 'प्रुडेंशियल' के द्वारा प्रायोजित था । इस टुर्नामेंट में कुल आठ देशों की टीमों ने हिस्सा लिया था । जिनमें तत्कालिन छ: टेस्ट मैच खेलने वाली टीमें जिनके नाम है : - इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, वेस्ट इंडिज़, न्युजीलैंड, भारत और पाकिस्तान शामिल थे और लीडींग एसोसिएट नेशन के तौर पर श्रीलंका और ईस्ट अफ्रिका शामिल थे ।इस टुर्नामेंट का पहला मैच भारत और इंग्लैड के बीच 7 जुन को लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड में खेला गया था । जिसमें मेजबान टीम ने भारत को 202 रनों के विशाल अंतर से करारी शिकस्त दी थी । इस मैच को इंग्लैंड की जीत से ज्यादा महान भारतीय बल्लेबाज़ सुनील गावास्कर के वन-डे क्रिकेट के इतिहास में खेली गयी सबसे धीमी पारी के लिए याद किया जाता है ।
महान भारतीय बल्लेबाज़ सुनील गावास्कर के द्वारा खेली गयी सबसे धीमी पारी के बारे में जानने के लिए यहां क्लिक करे ।
गौरतलब यह भी है की क्रिकेट का पहला वन-डे मैच 1971 में खेला गया था पर 1971 से 1975 के बीच वन-डे क्रिकेट वर्ल्ड कप से पहले मात्र 18 मैच खेले गये थे । श्री लंका और ईस्ट अफ्रिका ने अपना पहला अंतर्राष्ट्रीय वन-डे क्रिकेट मैच इसी टुर्नामेंट में खेला था ।
वन-डे क्रिकेट वर्ल्ड कप 1979 - वेस्ट-इंडीज़ बनाम भारत (ICC World Cup 1979 - West Indies VS India)
1979 में आयोजित यह टुर्नामेंट वन-डे क्रिकेट वर्ल्ड कप का दुसरा संस्करण था जो प्रुडेंशियल वर्ल्ड कप 1979 के नाम से जाना जाता है । पहली बार की तरह इस टुर्नामेंट का आयोजन भी इंग्लैंड में किया गया । यहां तक की टुर्नामेंट का फॉर्मेट भी पहली बार के तरह था यानि इस बार भी विश्व की आठ क्रिकेट प्लेईंग नेशन ही इस टुर्नामेंट मे हिस्सा ले रहीं थी । लेकिन जो अंतर था वो ये था कि तत्कालिन छ: टेस्ट मैच खेलने वाली टीमों के अलावा दो अन्य टीमें श्री लंका और कनाडा ICC Trophy 1979 में क्वालीफाई करके आई ।इस टुर्नामेंट का पहला मैच भारत और वेस्ट इंडीज़ के बीच खेला गया जिसे वेस्ट इंडीज़ ने बड़े ही आराम से जीत लिया था ।
भारत बनाम दक्षिण अफ्रिका विश्वकप 2019 , दक्षिण अफ्रिका के नहीं होंगी राहें आसान । South Africa has to challenge their fate, ICC World Cup 2019
वन-डे क्रिकेट वर्ल्ड कप 1983 - इंग्लैंड बनाम न्युजीलैंड (ICC World Cup 1983 - England VS New Zealand)
1983 में आयोजित यह टुर्नामेंट वन-डे क्रिकेट वर्ल्ड कप का तीसरा संस्करण था और इसे भी प्रुडेंशियल वर्ल्ड कप नाम से जाना गया । इस टुर्नामेंट की सबसे दिल्चस्प बात यह रही की दो बार की चैम्पियन रह चुकी वेस्ट इंडीज़ की टीम इस बार भी फेवरेट मानी जा रही थी, पर भारत ने वेस्ट इंडीज़ के खिलाफ फाईनल मुकाबले में जीत दर्ज कर विश्व क्रिकेट में अपनी साख का नया परिचय दिया ।इस वर्ल्ड कप में भी आठ टीमें खेलीं थी, जिनमें तत्कालिन सात टेस्ट मैच खेलने वाली टीमें जिनके नाम है : - इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, वेस्ट इंडिज़, न्युजीलैंड, भारत, पाकिस्तान और श्री लंका शामिल थे और आठवीं टीम के तौर पर जिम्बाब्वे ने पहली बार वन-डे क्रिकेट वर्ल्ड कप में हिस्सा लिया जो Trophy 1979 में क्वालीफाई करके आई थी ।
इस टुर्नामेंट का सबसे पहला मैच इंग्लैड और न्युजीलैंड के बीच खेला गया जिसे इंग्लैड ने 106 रनों के विशाल अंतर से जीत लिया था ।
श्रीलंक़ा को ICC Full Membership कब मिली और इस टीम ने अपना पहला टेस्ट मैच कब खेला जानने के लिये यहां क्लिक करें ।
वन-डे क्रिकेट वर्ल्ड कप 1987 - पाकिस्तान बनाम श्रीलंका (ICC World Cup 1987 - Pakistan VS Sri Lanka)
1987 में आयोजित यह टुर्नामेंट वन-डे क्रिकेट वर्ल्ड कप का चौथा संस्करण था जिसे रिलायंस वर्ल्ड कप के नाम से भी जाना जाता है। इस टुर्नामेंट की सबसे महत्वपुर्ण बात यह थी की भारत करीब 200 सालों तक जिस देश की ग़ुलामी करता रहा, उसी देश से वन-डे क्रिकेट वर्ल्ड कप की मेज़बानी छीन कर अपने देश में सफल आयोजन कराया । आज़ाद भारत का यह कदम खेल जगत में काफि प्रेरणादायक था और एक बात जो काफि रोचक थी की पहली बार वर्ल्ड कप के सभी मैच 60 ओवरों की जगह 50 ओवरों प्रति पारी के थे । पाकिस्तान भी इस वर्ल्ड कप का सह-आयोजक था ।1987 वन-डे क्रिकेट वर्ल्ड कप के सभी मैच 60 ओवरों की जगह 50 ओवरों के क्यों थे ? जानने के लिए यहां क्लिक करें ।
इस वर्ल्ड कप में भी आठ टीमें खेलीं थी, जिनमें तत्कालिन सात टेस्ट मैच खेलने वाली टीमें जिनके नाम है : - इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, वेस्ट इंडिज़, न्युजीलैंड, भारत, पाकिस्तान और श्री लंका शामिल थे और आठवीं टीम के तौर पर जिम्बाब्वे ने एक बार फिर वर्ल्ड कप में हिस्सा लिया जो Trophy 1986 में क्वालीफाई करके आई थी ।
इस टुर्नामेंट का पहला मुकाबला पाकिस्तान और श्रीलंका के बीच पाकिस्तान स्थित हैदराबाद में खेला गया जिसे पाकिस्तान ने 15 रनों से जीता था । इस मैच हीरो जावेद मियांदाद रहे जिन्होंने 103 रनों की तेज शतकिय पारी खेली थी ।
वन-डे क्रिकेट वर्ल्ड कप 1992 - ऑस्ट्रेलिया और न्युजीलैंड (ICC World Cup 1992 - Australia Vs New Zealand)
1992 में आयोजित यह टुर्नामेंट वन-डे क्रिकेट वर्ल्ड कप का पाँचवा संस्करण था जिसे बेंसन एंड हेजेस वर्ल्ड कप के नाम से जाना जाता है और इसका आयोजन ऑस्ट्रेलिया और न्युजीलैंड ने मिल कर कराया था । इस वर्ल्ड कप के दौरान कई बातें ऐसीं हुईं जो पहली बार थी इस वर्ल्ड कप प्रतियोगिता को कई नई चीज़ों के लिये याद रखा गया । जैसे की वर्ल्ड कप में पहली डे-नाईट मैच कराए गये और सारे मैच लाल गेंद की जगह सफेद गेंद के साथ खेले गये और सफेद कपड़ों की जगह रंगीन कपड़ों में खेले गये ।इसी विश्वकप के एक मैच में सचिन तेंदुल्कर को थर्ड अम्पायर के फैसले से रन आउट दिया गया जो क्रिकेट इतिहास में पहली बार था और इसी विश्वकप में शुरु हुई भारत और पाकिस्तान के बीच चीर प्रतिद्वन्दीता जिसे आज तक केवल भारत जीतता आ रहा है ।
इस विश्व कप के पहला मैच ऑस्ट्रेलिया और न्युजीलैंड के बीच खेला गया जिसे न्युजीलैंड ने 37 रनों से जीत लिया था । न्युजीलैंड ने पुरे टुर्नामेंट लीग मैचों के दौरान आश्चर्यजनक प्रदर्शन किया और अपने सभी आठ मुकाबलों मे से सात मुकाबले जीत लिये थे ।
सचिन तेंदुल्कर और जोंटी रोह्ड्स के करिश्माई रन आउट के लिए यहाँ क्लिक करें ।
वन-डे क्रिकेट वर्ल्ड कप 1996 - इंग्लैंड बनाम न्युजीलैंड (ICC World Cup 1996 - England VS New Zealand)
1996 में आयोजित यह टुर्नामेंट वन-डे क्रिकेट वर्ल्ड कप का छ्ठा संस्करण था जिसे विल्स वर्ल्ड कप के नाम से जाना जाता है, इस विश्व कप आयोजन भारत में हुआ, पाकिस्तान और श्रीलंका सह-आयोजक थे । इस वर्ल्ड कप को भारत और श्रीलंका के बीच हुए सेमीफाईनल मैच के लिये याद रखा जायेगा । इस मैच में दुसरी पारी के खत्म हुए बिना ही श्रीलंका को विजेता घोषित कर दिया गया था ।भारत और श्रीलंका के बीच हुए सेमीफाईनल मैच में दुसरी पारी के खत्म हुए बिना ही श्रीलंका को विजेता घोषित कर दिया गया था जानने के लिए यहां क्लिक करें ।
इस विश्व कप का पहला मैच इंग्लैंड और न्युजीलैंड के बीच खेला गया, जिसे न्युजीलैंड ने 11 रनों से जीत लिया था । इस मैच के हीरो न्युजीलैंड के सलामी बल्लेबाज़ नेथन एस्टल रहे जिन्होनें शानदार 101 रनों की पारी खेली थी । यहाँ ऐसा दुसरा मौका था जब इंग्लैंड और न्युजीलैंड विश्व कप का उद्धाटन मैच खेल रहे थे ।
इस विश्वकप में श्रीलंका की टीम विजेता बन कर उभरी और विश्वकप जीतने वाली एशिया की तीसरी और विश्व की पाँचवीं टीम बनी ।
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