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भारतीय क्रिकेट टीम को विदेशी धरती पर पहली ज़ीत दिलाने वाले टेस्ट क्रिकेटर, कप्तान नहीं रहें । Ajit Wadekar Declared dead on 72nd Independence Day

मशहुर भारतीय क्रिकेटर और भारतीय टेस्ट टीम के पुर्व कप्तान श्री अजीत वाडेक़र जी का दिनांक 15 अगस्त 2018 को मुम्बई के जसलोक हॉस्पीटल में देहांत हो गया, वो काफि समय से बीमार चल रहे थे । जब उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ी तो उन्हें मुम्बई के जसलोक हॉस्पीटल लाया गया जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया ।



अजीत वाडेक़र भारतीय क्रिकेटर थे और भारतीय टेस्ट टीम के कप्तान रह चुके थे । वो आक्रमक शैली के बल्लेबाज़ थे । उनका जन्म 1 अप्रैल 1941 को महाराष्ट्र राज्य बॉम्बे शहर में हुआ जो आज मुम्बई के नाम से जाना जाता है ।

बायें हाथ के इस बल्लेबाज़ ने अपने 8 साल के क्रिकेट करियर में 37 टेस्ट मैचों की 71 पारियों में 2113 रन बनाये । उनकी बल्लेबाजी का औसत 31.07 का रहा, जिसमें उन्होंने 14 अर्धशतक, 1 शतक बनाये, साथ ही क्षेत्र रक्षण में उन्होनें 46 कैच भी पकड़े ।

अजीत वाडेक़र भारतीय वनडे क्रिकेट टीम के सबसे पहले कप्तान भी बने । उन्होनें केवल दो मैच खेले जिसमें 1एक अर्धशतक के साथ 73 रन बनाये ।

अजीत वाडेकर ने अपना पहला टेस्ट मैच 13 दिसम्बर 1966 को वेस्ट इंडीज़ के खिलाफ मुम्बई में खेला । जिसमें उन्होनें पहली पारी में 8 और दुसरी पारे में 4 रनों का योगदान दिया था ।

सन् 1971 में उन्हें भारतीय टेस्ट टीम का कप्तान बनाया गया । वह मशहुर तब हुए जब उन्होनें वेस्ट इंडीज़ और इंग्लैड के खिलाफ उन्हीं की धरती पर जीत दर्ज़ करने वाले भारत के पहले कप्तान बनें ।

भारतीय टीम ने वेस्ट इंडीज़ में वेस्ट इंडीज़ के खिलाफ अजीत वाडेकर की अगुवाई में अपनी पहली विदेशी जीत दर्ज की जो आज भी भारतीय क्रिकेट के इतिहास में फाइनेस्ट ऑवर के नाम से जाता है ।



वाडेकर 1990 में भारतीय टीम के मैनेजर के रुप में नियुक्त किये गये । उस समय भारतीय क्रिकेट टीम की कप्तानी मोहम्म्द अजहरुद्दीन के हाथों में थी,  वह ऐसे गिने चुने क्रिकेटरों मे से एक हैं जिन्होनें भारतीय क्रिकेट टीम को एक खिलाड़ी, कप्तान, टीम मैनेजर, कोच और टीम के चीफ सेलेक्टर के रूप में अपनी सेवा दी है ।



वाडेकर को सन् 1967 में अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया और फिर सन् 1972 में उन्हें देश चौथे सर्वश्रेष्ठ नागरिक सम्मान पद्मश्री से नवाज़ा गया । उन्हें सी0के0 नायडु लाईफ टाईम अर्चीवमेंट पुरस्कार से भी नवाज़ा जा चुका है ।

उनके मरणोपरांत भारतीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने स्वंय ट्वीट करके खेद जताया और लिखा की अजीत वाडेकर का क्रिकेट में योगदान सदैव स्मरणीय रहेगा, एक महान बल्लेबाज और एक अत्युत्तम कप्तान जिनकी अगुवाई में भारतीय क्रिकेट की कई एतिहासिक और यादगार जीत शामिल हैं, वे क्रिकेट के एडमिनिस्ट्रेटर के रुप में भी काफि प्रभावशाली रहे, उनके निधन से हमें पीड़ा हुई है ।




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