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झारखण्ड स्थापना दिवस के उपलक्ष पर: झारखण्ड बुक न्युज़ - 16 -नवम्बर-2017, Post#001

भुमिका:

भगवान बिरसा मुंडा
15 नवंबर को भगवान बिरसा मुंडाजी की जयंती मनाई जाती है खास तौर पे तो कर्नाटक के कोडागु जिल्हे में मनाई जाती है। कोकार रांची में जो झारखंड की राजधानी है यहा पर उनकी समाधी स्थल पर बहोत से कार्यक्रम मनाए जाते है। भगवान बिरसा मुंडा जी का जन्म 15 नवम्बर 1875 को झारखंड प्रदेश में राँची के उलीहातू गाँव में हुआ था और उनका नाम मुंडा प्रथा से रखा गया था। भगवान  बिरसा मुंडा जी ने सन 1900 में अंग्रेजो के विरुद्ध विद्रोह करने की घोषणा करते हुए कहा “हम ब्रिटिश शाशन तन्त्र के विरुद्ध विद्रोह की घोषणा करते है और कभी अंग्रेज नियमो का पालन नही करेंगे, ओ गोरी चमड़ी वाले अंग्रेजो , तुम्हारा हमारे देश में क्या काम ? छोटा नागपुर सदियों से हमारा है और तुम इसे हमसे छीन नही सकते है इसलिए बेहतर है कि वापस अपने देश लौट जाओ वरना लाशो के ढेर लगा दिए जायेंगे ”। इस घोषणा को एक घोषणा पत्र में अंग्रेजो के पास भेजा गया तो अंग्रेजो ने अपनी सेना बिरसा को पकड़ने के लिए रवाना कर दी। अंग्रेज सरकार ने भगवान बिरसा मुंडा जी की गिरफ्तारी पर 500 रूपये का इनाम रखा था। अब भगवान बिरसा भी तीर कमान और भालो के साथ युद्ध की तैयारियों में लग गये। भगवान बिरसा ने इसके लिए विद्रोह में लोगो को इकट्ठा किया और उनके नेतृत्व में आदिवासियों का विशाल विद्रोह हुआ था। 3 फरवरी 1900 को भगवान बिरसा मुंडा को गिरफ्तार कर लिया गया जब वो अपनी आदिवासी गुरिल्ला सेना के साथ जंगल में सो रहे थे। उस समय 460 आदिवासियों को भी उनके साथ गिरफ्तार किया गया था। 9 जून 1900 को रांची जेल में उनकी रहस्यमयी तरीके से मौत हो गयी।

19 वीं सदी के आखिरी वर्षों में भगवान बिरसा मुंडा ने महान आन्दोलन उलगुलान को अंजाम दिया जिसकी वजह से वे भारत की आजादी के इतिहास में विशेष व्यक्ति बन गये।

उनका चित्र भारतीय संसद के मध्य कक्ष में लगाया हुआ है यह इकलौते एक ऐसे क्रांतिकारी है जिन्हें यह सम्मान प्राप्त हुआ है।

भगवान बिरसा मुंडा


धनबाद में याद किये गए भगवान बिरसा मुंडा, उपायुक्त ने किया माल्यार्पण।

धनबाद : झारखण्ड राज्य के स्थापना दिवस सह भगवान बिरसा की जयंती पर प्रशासनिक अमला बैंक मोड़ स्थित बिरसा मुंडा चोक पहुँचकर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण के साथ उन्हें शत शत नमन किया।

मौके पर डीसी, एसएसपी, एसडीएम, अपर नगर आयुक्त, सिटी एसपी समेत भगवान बिरसा मुंडा स्मारक समिति के सदस्य गण उपस्थित थे। आज पूरा राज्य झारखण्ड अलग राज्य बनने के 18वा दिवस मना रहा है।

इस माल्यार्पण के साथ ही सभी ने राज्यवको उन्नति के साथ साथ राज्य अलग करने के उद्देश्यों को पूरा करने के संकल्प को दोहराया। उपायुक्त तथा एसएसपी ने धनबाद की जनता के बीच इस पावन अवसर पर अपना संदेश दिया।

आदिवासियों के महानायक थे भगवान बिरसा मुंडा: राज सिन्हा

धनबाद : झारखंड स्थापना दिवस सह भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर धनबाद के बैंक मोड़ स्थित भगवान् बिरसा मुंडा की आदमकद प्रतिमा पर धनबाद विधायक राज सिन्हा ने माल्यार्पण किया। उन्होंने कहा कि एक कर्मठ क्रांतिकारी व वीर सपूत थे। ये आदिवासियों के महानायक थे। इन्होंने आदिवासी समाज में फैले अंधविश्वासों और कुरीतियों को दूर करने का प्रयास किया। आंदोलन के दौरान कम संसाधनो के बावजूद अंग्रजी सम्राज्यवाद से लोहा लिया और औपनिवेशिक शोषण के खिलाफ उलगुनान का आह्वन किया। इस मौके पर भाजपा के सैकड़ो कार्यकर्ता मौजूद थे।


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 पोस्ट पढनें के लिए धन्यवाद।
सौजन्य: NEWS TODAY.......17
विशेष धन्यवाद: श्री सोहन विश्वकर्मा।

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